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शिव चालीसा | Shiv Chalisa Lyrics in Hindi

Shiv Chalisa Lyrics in Hindi

Shiv Chalisa Lyrics in Hindi ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के॥ अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार […]

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नाग पंचमी पर्व मनाने से संबंधित विज्ञान

सर्प देवता का सम्मान करने के लिए भारत में नाग पंचमी पर्व मनाया जाता है। यह त्यौहार आम तौर पर जुलाई या अगस्त के महीने में आता है। कई लोग एक दिन पहले (नाग चतुर्थी) या इस पर्व के दिन उपवास रखते हैं। यह त्यौहार ग्रामीण क्षेत्रों में लोकप्रिय रूप से मनाया जाता है| इस […]

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नगुला चविथी का महत्व

नगुला चविथी परिचय नाग पूजा (सर्प पूजा) अनुष्ठान करने के लिए नगुला चविथी को शुभ दिन माना जाता है। हिंदू माह ‘कार्तिक’ के दौरान अमावस्या (नया चंद्रमा) के बाद आने वाली चतुर्थी तिथि पर यह पर्व मनाया जाता है। नाग चतुर्थी के पश्चात् नाग पंचमी और नाग षष्ठी पर्व मनाए जाते हैं। नगुला चविथी के […]

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पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र

पूर्वाफाल्गुनी (सिंह राशि में 13°20′ – 26°30′ तक) पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में ज़ोस्मा (डेल्टा लेओनिस) व चेर्टन (थीटा लेओनिस) नामक दो उज्ज्वल तारों का समावेश है| ये तारे सिंह राशि के नक्षत्र-मंड़ल में आते हैं जो रेगुलस नामक एक उज्ज्वल तारे के बाईं ओर स्थित हैं। पूर्वाफाल्गुनी के प्रतीक एक चारपाई के अगले दो पाए हैं […]

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अश्विनी नक्षत्र

अश्विनी (0°00′ – 13°30′ मेष) प्रत्येक नक्षत्र जो हम रात को आकाश में देखते हैं, एक जलता हुआ सूर्य है जो हमारे सूर्य से मिलता-जुलता है| खगोल विज्ञान में जिन जुड़वाँ नक्षत्रों से अश्विनी नक्षत्र का निर्माण होता है उन्हें अल्फा अरिएटीस और बीटा एरिटिस कहते हैं। वास्तव में वैदिक ज्योतिष में अश्विनी नक्षत्र के […]

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