फेंगशुई और वास्तुशास्त्र में हँसते हुए बुद्ध (स्ंनहीपदह ठनककीं) को सौभाग्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। घर या कार्यालय में इन्हें रखने से न केवल वातावरण खुशनुमा बनता है, बल्कि धन, शांति और सुख का वास होता है। हँसते हुए बुद्ध की अलग-अलग मुद्राओं और रूपों का अलग-अलग महत्व है। […]
अधिक पढ़ें →भारतीय संस्कृति में दीपक का महत्व अत्यंत विशेष है। पूजा-पाठ, यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठानों में घी का दीपक जलाना सबसे शुभ माना जाता है। यह केवल वातावरण को प्रकाशमान नहीं करता, बल्कि दिव्यता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। घी से जला दीपक स्वयं भगवान का प्रतीक है और इसमें बचा हुआ घी साधारण […]
अधिक पढ़ें →हिंदू धर्म में तुलसी का स्थान अत्यंत पवित्र और श्रेष्ठ माना गया है। तुलसी को देवी का स्वरूप तथा भगवान विष्णु की प्रियतम के रूप में पूजा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी दल और तुलसी मंजरियां (फूल) भगवान विष्णु और उनके अवतारों, विशेषकर भगवान श्रीकृष्ण, श्रीराम और वामन अवतार को अर्पित करना अति […]
अधिक पढ़ें →रुद्राक्ष का आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व भारतीय संस्कृति में अत्यंत गहरा है। इसमें मौजूद विभिन्न मुखी रुद्राक्ष अलग-अलग शक्तियों और फलदायी गुणों के लिए जाने जाते हैं। इन्हीं में से एक है तीन मुखी रुद्राक्ष, जिसे भगवान अग्निदेव का प्रतीक माना गया है। अग्निदेव की ही तरह यह रुद्राक्ष पवित्रता, तेज और ऊर्जा से भरपूर […]
अधिक पढ़ें →रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और दिव्य माना गया है। शिव भक्तों के लिए रुद्राक्ष धारण करना केवल आस्था का विषय ही नहीं, बल्कि यह एक आध्यात्मिक साधना का हिस्सा है। 21 प्रकार के रुद्राक्षों में दो मुखी रुद्राक्ष का विशेष स्थान है। इसे अर्धनारीश्वर रुद्राक्ष भी कहा जाता है, क्योंकि इसके दो […]
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