क्या आपको लगता है कि आपका साथी आपके साथ वफादार नहीं है और आपको धोखा दे रहा है? क्या आपका जीवनसाथी विवाहेतर संबंध में है और आपको धोखा दे रहा है? या क्या आप कभी भी अपने पति/पत्नी से बेवफा रहे हैं? यदि यह सच है, तो आइए मदद के लिए वैदिक ज्योतिष उपचार और विवाहेतर संबंध ज्योतिष समाधानों से के द्वारा इन समस्याओं से निजात पाएं। हम आपको यह भी बताएंगे कि कैसे एक्स्ट्रा मैरिटल किसी के जीवन में आपदा का कारण बन सकता है और एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर्स के लिए आपकी जन्म कुंडली में मौजूद कौन से ग्रह जिम्मेदार होते है और एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर्स के लिए ज्योतिष उपचार के बारे में भी अधिक जानेंगे।
हमारी कुंडली में मौजूद ज्योतिष और ग्रहों की स्थिति हमारे जीवन को कई तरह से प्रभावित करती है। कई बार यह ज्योतिषीय परिस्थितियां आपके रिश्ते में गुप्त प्रेम संबंधों की संभावनाओं को भी निर्धारित कर सकती हैं। इतना ही नहीं ज्योतिष आपको यह जानने में भी मदद कर सकता है कि आपका साथी आपको धोखा दे रहा है या नहीं। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली मौजूद ग्रहों की स्थिति के आधार पर छिपे हुए प्रेम संबंधों के लिए जिम्मेदार ग्रह नीचे बताए गए हैं।
बुध पुत्र चंद्रमा किसी जन्म कुंडली में जातक की सोच का प्रतिनिधित्व करता है। जब चंद्रमा बुध के त्रिकोण में मौजूद हो तो बेवफाई या विवाहेतर संबंध का संकेत मिलता है। ज्योतिष में चंद्रमा, बुध और मिथुन राशि की युति विवाहेतर संबंधों का संकेत है।
किसी कुंडली में शुक्र सुंदरता, भावनात्मक, प्रेम, बंधन, जुनून और विवाह जैसे महत्वपूर्ण प्रभावों के लिए जिम्मेदार ग्रह है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र गुप्त प्रेम संबंधों के लिए प्रमुख ग्रहों में से एक है। जब जन्म कुंडली में शुक्र और राहु की युति होती है तो यह भावुक आवेगों को दूर करती है और लोगों को विवाहेतर संबंधों में आने के लिए प्ररित और निडर बनाती है। इसी के साथ जन्म कुंडली में मंगल और शुक्र की स्थिति भी गुप्त प्रेम संबंध का संकेत देती है।
जब एक सफल वैवाहिक जीवन की बात आती है, तो कुंडली में मंगल एक शक्तिशाली ग्रह होता है। यह किसी व्यक्ति की यौन अभिव्यक्ति को नियंत्रित करता है और कुंडली में पैदा होने वाले एक्स्ट्रामेरिटल अफेयर के संकेत देता है।
गुरू या बृहस्पति को किसी जन्म कुंडली में अमृत के समान माना गया है यह धर्म और अच्छाई से जुड़ा ग्रह है। गुरू ग्रह की स्थिति महिला के विवाह संबंधी मामलों के लिए एक प्रमुख ग्रह है। कुंडली में बृहस्पति की शक्तिशाली स्थिति जातक को आकस्मिक संबंधों या विवाहेतर संबंधों में उलझने से रोकने और उनसे आगाह करने का काम करती है।
किसी जन्म कुंडली में राहु बहुत सी बेकाम और अप्रिय भावनाओं व लालसाओं का कारण बनता है। कुंडली में यह ग्रह गुप्त साझेदारी को नियंत्रित करता है। जब कुंडली में राहु सातवें भाव में होता है, तो यह दर्शाता है कि महिला परिवार के लिए शर्म का कारण बन सकती है।
किसी तरह के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर दूसरों से बाहरी मान्यता की लालसा असुरक्षा, अस्वीकृति के डर और अयोग्यता की भावना से निपटने का सबसे आसान तरीका है, लेकिन इसे अभी तक दुनिया के किसी भी हिस्से में कानूनी या सामाजिक मान्यता नहीं मिली है। विवाहेतर संबंधों से निपटने का सबसे अच्छा उपाय अपने वैवाहिक रिश्ते को बचाने के लिए कोई रास्ता खोजा जाना ही माना गया है। किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें जो अंततः संभावित परिणामों के साथ आपकी सहायता करता है और आपको सबसे महत्वपूर्ण विवाहेतर मामलों के ज्योतिष समाधान के साथ सहायता प्रदान करें। नीचे विवाहेतर संबंधों के उपाय सुझाये गये है, जिनका उपयोग कर आप अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं।
– इस वैदिक ज्योतिषीय उपचार में कुमकुम का उपयोग किया जाता है। कुमकुम को बिस्तर के उस तरफ फैलाना चाहिए जहां आपके पति सोते हैं। अगले दिन सुबह आप उस कुमकुम को इकट्ठा करके अपने बालों के उस हिस्से पर लगाएं जहां आप नियमित रूप से देवी पार्वती का नाम लेकर इसे लगाते हैं। इस ज्योतिषीय उपाय का उपयोग आपको रविवार की रात को करना चाहिए।
– अगला ज्योतिषीय इलाज भी विशेष रूप से रात में ही किया जाना चाहिए। अपने बेडरूम में कपूर जलाएं। इस उपाय को करने का कोई निर्धारित दिन नहीं है, लेकिन जब भी आप इस ज्योतिषीय उपाय का उपयोग करें तो आपको गहन प्रतिबद्धता और आत्मविश्वास का उपयोग करना चाहिए। यह आपके साथी के गुप्त संबंध से छुटकारा पाने में आपकी सहायता कर सकता है।
– अगला कदम उस व्यक्ति के नाम का पता लगाना है जिसके साथ आपको संदेह है या पता है कि आपके जीवनसाथी का संबंध है। कुछ मखाने लें और उस पर व्यक्ति के नाम के पहले अक्षर लिखें। आपको उन नाम लिखे मखाना बीजों को तब तक जलाना चाहिए जब तक कि वे पूरा नाम लिखने के बाद पूरी तरह से राख न हो जाएं। यह आपके पति को उस व्यक्ति की संगति से मुक्त करने और विवाहेतर संबंध समाप्त करने में आपकी सहायता कर सकता है।