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वसंत नवरात्रि

वसंत नवरात्रि की परिभाषा- नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है ‘नौ रातें’। इस पर्व के दौरान, शक्ति / देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। शाक्त संप्रदाय के अनुसार माँ आदि शक्ति की आराधना हेतु वसंत नवरात्रि का प्रारंभ चैत्र मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा से होता है। इसकी समाप्ति […]

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देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने के 12 अचूक तरीके

श्री महालक्ष्मी एक परिचय- श्री महालक्ष्मी भगवान विष्णु की अभिन्न वैष्णवी शक्ति है। जब-जब भगवान विष्णु अवतार ग्रहण करते हैं, तब-तब श्री लक्ष्मी किसी न किसी शक्ति के रूप में उनके साथ प्रकट होती है। जैसे ब्रह्मा जी के साथ सरस्वती, भगवान शिव के साथ पार्वती, उसी प्रकार भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी अवतरित होती […]

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शिव पूजा कैसे करें

भगवान शिव का परिचय– भारतीय अध्यात्म के सर्वाधिक प्रसिद्ध त्रिदेवों में भगवान शिव भी एक हैं, जहाँ सृष्टि की उत्पति का कार्य ब्रह्माजी द्वारा संचालित होता है और विष्णुजी पालन पोषण करते हैं, वहीँ भगवान शिव संहार व्यवस्था देखते हैं। मान्यता है कि समस्त देवताओं में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता शिवजी ही हैं। […]

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    आज की दुनिया में, आर्थिक स्थिरता एक शांतिपूर्ण और सफल जीवन के प्रमुख पहलुओं में से एक है। फिर भी कई लोग कड़ी मेहनत के बावजूद लगातार आर्थिक परेशानियों, कर्ज या बचत की कमी का सामना करते हैं। अगर यह आपको परिचित लगता है, तो इसका कारण न केवल बाहरी परिस्थितियों में बल्कि आपकी कुंडली […]13...
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    भारतीय वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। व्यक्ति के जन्म के समय आकाश में स्थित ग्रहों की स्थिति उसके जीवन के हर पहलू – जैसे स्वभाव, स्वास्थ्य, शिक्षा, विवाह, करियर, धन, संतान और आध्यात्मिकता पर गहरा प्रभाव डालती है।   जन्मकुंडली में ग्रहों की भूमिका जब कोई व्यक्ति जन्म लेता […]13...
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