हर व्यक्ति का स्वभाव अलग होता है। कुछ लोग भीड़-भाड़ और लोगों की संगति में खुश रहते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अकेले रहना अच्छा लगता है। वे अकेले समय बिताकर अपने विचारों को समझते हैं, ऊर्जा प्राप्त करते हैं और आत्मचिंतन करते हैं। इस स्वभाव का संबंध उनकी राशि से […]
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भारतीय ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को साहस, ऊर्जा, आत्मबल और युद्ध के कारक के रूप में माना गया है। लेकिन जब कुंडली में मंगल दोष होता है, तो यह व्यक्ति के जीवन में उग्रता, क्रोध, वैवाहिक समस्याएं, रक्त विकार, दुर्घटनाएं और कानूनी विवाद जैसे संकट ला सकता है। मंगल दोष के निवारण के लिए […]
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हिंदू पंचांग में अमावस्या को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह तिथि हर माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम रात को आती है, जब चंद्रमा पूर्णतः लुप्त हो जाता है। अमावस्या का दिन पितृ तर्पण, कर्म शुद्धि, दान, और अध्यात्मिक साधना के लिए विशेष रूप से शुभ होता है। आइए जानते हैं 2025 की सभी […]
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ग्रह अक्सर वक्री होते हैं, और जब ऐसा होता है, तो लोगों के जीवन में कुछ बड़े बदलाव और चुनौतियाँ आ सकती हैं। वक्री होने पर, ग्रह पीछे की ओर गति करता हुआ प्रतीत होता है। हमारे जीवन के वे पहलू जो इस ग्रह द्वारा शासित होते हैं, वक्री होने से प्रभावित होंगे। उदाहरण के […]
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ज्योतिष में, वक्री का अर्थ किसी ग्रह की कक्षा की धीमी गति से चलना होता है। यह मानव आँखों को उलटी या पीछे की ओर गति जैसा प्रतीत होता है। लेकिन यह केवल पृथ्वी की कक्षा के कारण उत्पन्न एक दृष्टि भ्रम है। ज्योतिषी ग्रहों की वक्री गति को महत्वपूर्ण मानते हैं, क्योंकि यह जीवन […]
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