इस अवधि में राहु आपकी चंद्र राशि से अष्टम भाव में गोचर करेगा। यह गोचर आपको विरासत से लाभ देगा।अप्रत्याशित धन लाभ आपके लिए संभव रहेगा।आप गुप्त प्रतिभा रखेंगे और उसका प्रयोग करके लाभ उठाएंगे।आपको विदेश में बसने के अवसर प्राप्त होंगे।आपको लॉटरी या सट्टेबाजी के माध्यम से लाभ प्राप्त करने के अवसर अचानक मिलेंगे। आप गूढ़ विद्याओं में अधिक संलिप्त रहेंगे। आप अध्यात्मवाद और कुंडलिनी जागृति में भी रुचि लेंगे।दूसरी तरफ, आपको कुछ असुरक्षा की भावना महसूस होगी या अज्ञात डर होगा जो आपकी प्रगति को कम कर सकता है।
आप बारंबार स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ उन्मुख हो सकते हैं और इससे आपके लिए परेशानी पैदा हो सकती है।अनचाही बहसबाजी संबंधों में समस्या लाएगी इसलिए मौखिक युद्ध से दूर रहें।आप काफी भ्रमित रहेंगे जिसकी वजह से आप दुविधा महसूस कर सकते हैं। इस स्थिति को बेहतर ढंग से संभालने के लिए ध्यान और प्रार्थना का सहारा लें।

इस अवधि में आपको निम्नलिखित परिणाम अनुभव हो सकते हैं:-
इस अवधि में केतु आपकी चंद्र राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेगा। आप आध्यात्मिकता के बारे में अधिक सीखेंगे। मंत्र का जाप व उच्चारण करने से आप अपनी आध्यात्मिक मनोवृति को बढ़ा सकेंगे।आप पुराने रीति-रिवाजों के बारे में जानने और अधिक ज्ञान विकसित करने की इच्छा रखेंगे।यह अवधि आपके लिए अपनी इच्छा को त्यागकर दूसरों की सहायता करने के लिए अच्छी रहेगी। इससे आपको बहुत ज्यादा आंतरिक शांति प्राप्त होगी। ऐसा करने से आपका आध्यात्मिक विकास होगा और आपके अंदर एक नया परिवर्तन आएगा।दूसरी तरफ, आप धन संबंधी मामलों में अधिक भाग्यशाली नहीं रहेंगे। अच्छी आय होने के बावजूद आप पैसे बचाने में सक्षम नहीं होंगे।किसी भी मौखिक वचनबद्धता से आपको बचना होगा क्योंकि आप उन्हें पूर्ण करने की स्थिति में नहीं होंगे। ऐसा करने से परिवार व समाज में आपकी छवि धूमिल होगी।स्वास्थ्य का ख्याल रखना आपके लिए आवश्यक रहेगा क्योंकि इस दौरान आपको आँखों में जलन या दाँतों से संबंधित समस्याएँ हो सकती है। परिवार के लिए आप अवांछित खर्चा करेंगे इसी वजह से आप धन संचय करने की स्थिति में नहीं रहेंगे।
इस अवधि में आपको निम्नलिखित परिणाम अनुभव हो सकते हैं:-