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एस्ट्रोवेद ब्लॉग्स

कृष्ण जन्माष्टमी 2025 – श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्व

कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी या कृष्णाष्टमी भी कहा जाता है, भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की स्मृति में मनाया जाने वाला एक अत्यंत पावन पर्व है। यह दिन हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह पर्व अत्यंत शुभ योगों के साथ मनाया जाएगा।  कृष्ण […]

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वरलक्ष्मी व्रत 2025 – तिथि, महत्व, पूजन विधि और व्रत से जुड़ी संपूर्ण जानकारी

भारतीय संस्कृति में व्रत और त्योहारों का विशेष स्थान है। इन्हीं में से एक अत्यंत महत्वपूर्ण और फलदायक व्रत है वरलक्ष्मी व्रत। यह व्रत मुख्य रूप से दक्षिण भारत में विशेष श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है, विशेषकर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में। इस दिन महिलाएं माता लक्ष्मी की विशेष आराधना […]

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महालय पक्ष 2025 – दिन-प्रतिदिन पितृ तिथि विवरण

Mahalaya

महालय पक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष भी कहते हैं, हिन्दू पंचांग के अनुसार वह पवित्र काल होता है जब पितृगण पृथ्वी पर आते हैं और अपने वंशजों द्वारा किए गए तर्पण और श्राद्ध को ग्रहण करते हैं। यह पक्ष पूर्णिमा के बाद भाद्रपद शुक्ल से अश्विन कृष्ण अमावस्या तक चलता है। वर्ष 2025 में महालय पक्ष […]

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महालय पक्ष 2025 – तिथि, महत्व और पूजा विधि

श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक, महालय पक्ष हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र समय माना जाता है। यह समय उन दिवंगत पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का होता है, जिनके बिना हमारा अस्तित्व अधूरा होता। जब सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करता है और पितृलोक का द्वार खुलता है, तब शुरू होता है श्राद्ध […]

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रक्षाबंधन 2025 – बहन को दे ऐसा ज्योतिष उपहार जो लाए खुशियाँ और सौभाग्य अपार

रक्षाबंधन सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि बहन-भाई के रिश्ते की एक आत्मिक डोर है जो हर साल सावन पूर्णिमा के दिन और भी मजबूत होती है। इस दिन बहन अपने भाई की लंबी उम्र के लिए राखी बांधती है और भाई उसे प्यार, सुरक्षा और उपहारों का वचन देता है। लेकिन हर बार वही घड़ी, […]

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गणेश विसर्जन 2025 – तिथि, महत्व, परंपरा और शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी भारत का एक प्रमुख और अत्यंत हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला पर्व है, जो भगवान श्री गणेश के जन्मोत्सव के रूप में दस दिनों तक मनाया जाता है। इन दस दिनों में भक्तगण पूरे श्रद्धा और प्रेम से भगवान गणेश को अपने घरों, मंदिरों और पंडालों में स्थापित करते हैं, उनकी पूजा-अर्चना करते […]

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कृष्ण जन्माष्टमी 2025 तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

हर साल जब भाद्रपद की अष्टमी तिथि नजदीक आती है, तो हर कृष्ण भक्त के हृदय में एक विशेष आनंद की लहर दौड़ जाती है। ये वो समय होता है जब संपूर्ण वातावरण श्रीकृष्णमय हो जाता है। मंदिरों में रासलीलाएं, घरों में भजन-कीर्तन, झूले में झूलते लड्डू गोपाल, और माखन-मिश्री से सजे भोगकृहर कोना श्रीकृष्ण […]

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गणेश चतुर्थी घर पर कैसे मनाएं, पूजा विधि और तैयारी की संपूर्ण जानकारी

जब घर में भगवान गणेश का आगमन होता है, तो सिर्फ मूर्ति नहीं आती कृ साथ में आता है सकारात्मकता का भाव, नई शुरुआत की ऊर्जा और भक्ति का एक पावन वातावरण। भारत के अधिकतर घरों में गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा तो होती ही है, लेकिन यदि आप सोच रहे हैं […]

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बुध प्रदोष व्रत – महत्व, पूजन विधि और 2025 की तिथियाँ

हिंदू धर्म में सप्ताह के प्रत्येक दिन का एक विशेष महत्व होता है और प्रत्येक दिन अलग-अलग देवता की पूजा का विधान है। बुधवार का दिन बुद्धि, वाणी और ज्ञान के कारक बुध ग्रह के साथ-साथ भगवान शिव को भी समर्पित माना जाता है। जब किसी मास की त्रयोदशी तिथि बुधवार के दिन आती है, […]

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अगस्त 2025 के शुभ मुहूर्त – नए कार्यों की सफलता के लिए सुनहरा समय

अगस्त का महीना हिन्दू पंचांग और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत खास होता है। यह माह न केवल उत्सवों से भरा होता है, बल्कि शुभ कार्यों की शुरुआत, खरीददारी, व्रत-उपवास और पूजा-पाठ के लिए भी उत्तम समय लेकर आता है। श्रावण मास का यह अंतिम चरण और भाद्रपद की शुरुआत, देवी-देवताओं की विशेष कृपा पाने का […]

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नवीनतम ब्लॉग्स

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    आज की दुनिया में, आर्थिक स्थिरता एक शांतिपूर्ण और सफल जीवन के प्रमुख पहलुओं में से एक है। फिर भी कई लोग कड़ी मेहनत के बावजूद लगातार आर्थिक परेशानियों, कर्ज या बचत की कमी का सामना करते हैं। अगर यह आपको परिचित लगता है, तो इसका कारण न केवल बाहरी परिस्थितियों में बल्कि आपकी कुंडली […]13...
  • ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की भूमिका और कुंडली में प्रभाव
    भारतीय वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। व्यक्ति के जन्म के समय आकाश में स्थित ग्रहों की स्थिति उसके जीवन के हर पहलू – जैसे स्वभाव, स्वास्थ्य, शिक्षा, विवाह, करियर, धन, संतान और आध्यात्मिकता पर गहरा प्रभाव डालती है।   जन्मकुंडली में ग्रहों की भूमिका जब कोई व्यक्ति जन्म लेता […]13...
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