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बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल का महत्व, कथा और पौराणिक मान्यताएं

ज्येष्ठ माह को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि यह माह भगवान ब्रह्मा को बहुत प्रिय है। आपको बता दें कि ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार को बुढ़वा मंगल कहा जाता है। आज यानी 28 मई को बुढ़वा मंगल है। इसे बड़ा मंगल भी कहते हैं। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। लेकिन ज्येष्ठ माह के मंगलवार को हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना का महत्व है। मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि माह के किस दिन बूढ़ा मंगल होता है और इसका नाम बूढ़ा मंगल क्यों पड़ा।

 बुढ़वा मंगल क्या हैं?

बुढ़वा मंगल के पीछे दो पौराणिक कथाएं हैं- पहली कथा के अनुसार महाभारत के समय भीम को अपनी शक्ति पर घमंड हो गया था। तब हनुमान जी ने उस घमंड को तोड़ने के लिए एक बूढ़े वानर का रूप धारण किया था। जिस दिन उन्होंने उनका घमंड तोड़ा उस दिन मंगलवार था। दूसरी कथा के अनुसार हनुमान जी ज्येष्ठ मास के मंगलवार को वन में विप्र यानि पुजारी के रूप में भगवान श्री राम जी से मिले थे, इसलिए इसे बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल भी कहा जाता है।

 बुढ़वा मंगल की कथा

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बड़ा मंगल लखनऊ का एक अनूठा त्योहार है क्योंकि यह किसी अन्य राज्य या शहर में नहीं मनाया जाता है। यह त्योहार लखनऊ की गंगा-जमुनी परंपरा का प्रतीक माना जाता है। हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लोग बड़ा मंगल मनाते हैं। किंवदंतियों के अनुसार, एक बार नवाब मोहम्मद अली शाह का बेटा बहुत बीमार पड़ गया। तब उनकी पत्नी ने अपने बेटे का कई जगहों पर इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद लोगों ने उनकी पत्नी को सलाह दी कि वह अपने बेटे की सलामती के लिए लखनऊ के अलीगंज स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर जाएं और भगवान हनुमान से प्रार्थना कर वरदान मांगें। नवाब ने ऐसा ही किया और उनकी पत्नी ने हनुमान मंदिर की मरम्मत कराई। मंदिर की मरम्मत का काम पूरा होने के बाद ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को शहरवासियों को पानी और गुड़ का शर्बत बांटा जाता था। तभी से बड़ा मंगल मनाया जाता है।

 बुढ़वा मंगल का महत्व

बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है और ऐसा माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बड़े मंगल पर लखनऊ के अलीगंज हनुमान मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस महीने के मंगलवार को हनुमान जी की पूजा और व्रत रखते हैं, उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन पूजा करने से आपके जीवन से सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और आपके जीवन में खुशियां आती हैं।

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