हिंदू संस्कृति में, समृद्धि और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए नामकरण (नामकरण समारोह), गृह प्रवेश (गृहप्रवेश), और विवाह (शादी) जैसे महत्वपूर्ण जीवन कार्यक्रमों के लिए शुभ तिथि (शुभ मुहूर्त) का चयन करना आवश्यक है। अप्रैल 2025 में इन समारोहों के लिए अनुकूल तिथियां नीचे दी गई हैं।
अप्रैल 2025 नामकरण संस्कार करने के लिए कई शुभ तिथियां प्रदान करता है।
2 अप्रैल 2025 (बुधवार) – 13:05 से 17:35, नक्षत्र – रोहिणी
10 अप्रैल, 2025 (गुरुवार) – 14:55 से 17:04, नक्षत्र – पूर्वा फाल्गुनी
14 अप्रैल 2025 (सोमवार) – 08:10 से 12:10, नक्षत्र – स्वाति
24 अप्रैल, 2025 (गुरुवार) – 07:30 से 11:30, नक्षत्र – शतभिषा
25 अप्रैल, 2025 (शुक्रवार) – 11:35 से 13:55, नक्षत्र – उत्तरा भाद्रपद
30 अप्रैल, 2025 (बुधवार) – 07:08 से 08:53 और 11:15 से 15:30, नक्षत्र – रोहिणी
ये तिथियाँ नामकरण संस्कार के लिए अनुकूल मानी जाती हैं, जो बच्चे के भविष्य को जोड़ती हैं सकारात्मक ब्रह्मांडीय प्रभावों के साथ।
गृह प्रवेश मुहूर्त (गृह प्रवेश समारोह)
अप्रैल 2025 में गृह प्रवेश की योजना बनाने वालों के लिए, शुभ तिथि है।
30 अप्रैल, 2025 (बुधवार) – 05ः41 AM से 02ः12 PM, नक्षत्र – रोहिणी
माना जाता है कि इस तिथि पर गृह प्रवेश समारोह करने से नए घर में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा आती है।
विवाह मुहूर्त (विवाह समारोह)
अप्रैल 2025 में शादियों के लिए सीमित शुभ तिथियाँ हैं। ऐसी ही एक तिथि है।
30 अप्रैल, 2025 (बुधवार) – सुबह 05:57 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक, नक्षत्र – रोहिणी, तिथि – तृतीया
विवाह समारोह के लिए इस तिथि को चुनना एक सामंजस्यपूर्ण और समृद्ध विवाहित जीवन के लिए शुभ माना जाता है।
नोट – इन तिथियों की पुष्टि करने के लिए किसी जानकार ज्योतिषी से परामर्श करना आवश्यक है, क्योंकि व्यक्तिगत कुंडली और क्षेत्रीय रीति-रिवाज शुभ मुहूर्त के चयन को प्रभावित कर सकते हैं।
इन महत्वपूर्ण जीवन घटनाओं को अनुकूल ब्रह्मांडीय समय के साथ जोड़कर, व्यक्ति जीवन के नए अध्यायों में आशीर्वाद, समृद्धि और सद्भाव सुनिश्चित करना चाहता है।