हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करता है। जब घर का वातावरण सकारात्मक होता है, तो न केवल मन प्रसन्न रहता है बल्कि जीवन में प्रगति और सफलता का मार्ग भी खुलता है। भारतीय शास्त्रों, वास्तुशास्त्र और पौराणिक मान्यताओं में कुछ ऐसी वस्तुओं का उल्लेख मिलता है जिन्हें घर में रखना अत्यंत शुभ माना गया है। ये वस्तुएं मात्र सजावट या धार्मिक प्रतीक ही नहीं हैं, बल्कि ये जीवन में सौभाग्य, धन और आशीर्वाद को आकर्षित करती हैं।
आइए जानते हैं वे चार चीजें जिन्हें घर में रखने से शुभता और सौभाग्य की वृद्धि होती है।
1. शंख
महत्व
शंख को भगवान विष्णु का प्रिय माना गया है। हर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा में शंख बजाने का विधान है। शंख की ध्वनि वातावरण को पवित्र करती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश करती है।
लाभ
घर में शंख रखने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
यह परिवार के सदस्यों को मानसिक शांति और रोगों से रक्षा प्रदान करता है।
शंख की ध्वनि से घर में सकारात्मक तरंगें उत्पन्न होती हैं, जो वातावरण को मंगलमय बनाती हैं।
पौराणिक कथा
महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण का शंख ष्पांचजन्यष् प्रसिद्ध है। युद्ध के आरंभ में जब श्रीकृष्ण ने इसे बजाया, तो पांडवों को विजय का आशीर्वाद मिला। यह कथा बताती है कि शंख केवल युद्ध का उद्घोष नहीं, बल्कि विजय और सौभाग्य का प्रतीक भी है। इसलिए घर में शंख रखने से जीवन में विजय और सफलता सुनिश्चित होती है।
2. गोमती चक्र
महत्व
गोमती चक्र एक विशेष समुद्री शंख है, जो प्राकृतिक रूप से चक्र के आकार का होता है। इसे धन और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। विशेष रूप से लक्ष्मी पूजन में गोमती चक्र का उपयोग शुभ माना जाता है।
लाभ
गोमती चक्र रखने से दरिद्रता दूर होती है और धन की वृद्धि होती है।
व्यापार और नौकरी में तरक्की मिलती है।
परिवार में सामंजस्य और दांपत्य जीवन में प्रेम बना रहता है।
वास्तु दोष को कम करने और नकारात्मक ऊर्जा दूर करने में सहायक है।
पौराणिक कथा
मान्यता है कि गोमती चक्र भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र का प्रतीक है। जिस घर में यह रखा जाता है, वहां किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्ति प्रवेश नहीं कर पाती। यही कारण है कि कई लोग इसे तिजोरी में रखते हैं, ताकि घर में धन-धान्य की कमी न रहे।
3. तुलसी का पौधा
महत्व
तुलसी को ‘विष्णुप्रिया’ और ‘लक्ष्मी स्वरूप’ कहा गया है। हिंदू धर्म में तुलसी के बिना कोई भी पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती। तुलसी का पौधा घर में होने से वातावरण पवित्र और सात्विक बनता है।
लाभ
तुलसी रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती।
यह परिवार को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करती है।
तुलसी के पास दीपक जलाने से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
रोग और संकट घर में प्रवेश नहीं कर पाते।
पौराणिक कथा
पद्म पुराण के अनुसार देवी तुलसी का विवाह स्वयं भगवान विष्णु के साथ हुआ था। तभी से तुलसी को विष्णुप्रिया कहा जाने लगा। मान्यता है कि तुलसी पूजन और तुलसी दल अर्पण करने से विष्णु जी प्रसन्न होकर भक्त को मोक्ष और सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं। इसलिए घर में तुलसी का पौधा रखना अत्यंत शुभ फलदायी है।
4. कछुआ
महत्व
वास्तुशास्त्र और फेंगशुई में कछुए को स्थिरता, दीर्घायु और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। कछुआ घर में रखने से जीवन में स्थिरता और शांति बनी रहती है।
लाभ
धातु या क्रिस्टल का कछुआ घर में रखने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
व्यापार और करियर में सफलता मिलती है।
परिवार में स्थिरता और सामंजस्य बना रहता है।
यह बुरी शक्तियों और नकारात्मक प्रभावों को दूर करता है।
पौराणिक कथा
समुद्र मंथन की कथा में भगवान विष्णु ने कूर्म अवतार धारण किया था और मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण किया। इस अवतार से अमृत प्रकट हुआ और देवताओं को विजय प्राप्त हुई। यह कथा दर्शाती है कि कछुआ धैर्य, सहनशीलता और समृद्धि का प्रतीक है। घर में कछुआ रखने से जीवन में अमृत समान सुख और सफलता की प्राप्ति होती है।
यदि घर में शंख, गोमती चक्र, तुलसी का पौधा और कछुआ रखा जाए, तो ये चारों वस्तुएं जीवन में शुभता, सौभाग्य और समृद्धि लाती हैं। शास्त्रों, पौराणिक कथाओं और वास्तु सिद्धांतों में भी इनका महत्व वर्णित है। ये केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और ऊर्जात्मक दृष्टि से भी घर के वातावरण को सकारात्मक बनाती हैं।