सूर्य प्रदोष के दिन अपनाएं ये शक्ति अनुष्ठान
आवश्यक। महत्वपूर्ण। प्राथमिक
सिद्ध और योगियों के अनुसार आप अपने जीवन के उद्देष्य तभी पूरे कर सकते है जब आप अपने पुराने और बुरे कर्मों से छुटकारा पा लेते हैं। जब आपके पुराने खराब कर्माें का नाष हो जाता है तब एक तीव्र प्रस्फुटन होता है, और भौतिक और आध्यात्मिक दोनों ही संसार आपके लिए खुल जाते हैं। सूर्य प्रदोष अनुष्ठान समृद्धि और सच्चे सुख का मार्ग बनाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है।
एस्ट्रोवेद पैकेज में शामिल मंदिर पूजा के लिए एस्ट्रोवेद अपने सदस्यों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेता है। आपके द्वारा चुने गए पैकेज में पूजा सामग्री, सुविधा शुल्क और डिलीवरी चार्ज जैसी अन्य सभी सेवाओं के शुल्क शामिल होते हैं।
एस्ट्रोवेद पैकेज में शामिल मंदिर पूजा के लिए एस्ट्रोवेद अपने सदस्यों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेता है। आपके द्वारा चुने गए पैकेज में पूजा सामग्री, सुविधा शुल्क और डिलीवरी चार्ज जैसी अन्य सभी सेवाओं के शुल्क शामिल होते हैं।
सूर्य प्रदोष के लिए आवश्यक अनुष्ठानों में भाग लें। प्रदोष अनुष्ठान आपके बुरे कर्मों को दूर करने और जीवन में आकर्षक अवसर लाने में सहायक हो सकता है।
एस्ट्रोवेद अग्नि प्रयोगशाला(हवन) और उपाय केंद्र पर कर्म विस्तार के लिए भगवान शिव और नंदी का मंत्रोपचार के साथ विशेष जल अभिषेक लघुन्यास रूद्र प्रसन्नम और चमक प्रसन्नम के साथ किया जाता है। लघुन्यास महान्यसम का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ है महान शुद्धिकरण। यह रुद्र अभिषेक करने से पहले मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करने के लिए पढ़े जाने वाले वैदिक मंत्रों का एक समूह है।
रुद्र त्रिशती (रुद्र के 300 नाम) का जाप करते हुए शिव की बिल्व पत्र अर्चना भी की जाती है। रुद्र त्रिशती अर्चना एक ध्वनि और प्रकाश अनुष्ठान है जो श्री रुद्रम के छंदों का उपयोग करके मूलरूप से रुद्र के लिए किया जाता है। यह वेदों में वर्णित रुद्र (शिव) की पूजा का एकमात्र तरीका है। इस अर्चना का मुख्य आकर्षण रुद्र को चढ़ाए जाने वाले 300 बिल्व पत्र हैं। भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाने से सबसे भयानक बुरे कर्म नष्ट हो जाते हैं।
एस्ट्रोवेद पैकेज में शामिल मंदिर पूजा के लिए एस्ट्रोवेद अपने सदस्यों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेता है। आपके द्वारा चुने गए पैकेज में पूजा सामग्री, सुविधा शुल्क और डिलीवरी चार्ज जैसी अन्य सभी सेवाओं के शुल्क शामिल होते हैं।
आपको अनुष्ठानों के माध्यम से ऊर्जान्वित की गई पवित्र भभूत और कुमकुम प्राप्त होगा। इसे अपनी ध्यान वेदी पर रखें और ध्यान के दौरान अपने माथे लगाकर जीवन में दिव्य आशीर्वाद का विस्तार करने के लिए पहनें।
डॉ. पिल्लई कहते हैं
कर्मकांड विचारों का कार्बोनाइजेशन है, कार्बन हमारे सूचना युक्त परम अणु है। प्रसाद के रूप में दिया गया कार्बन अवशेष (राख या भभूत) जब पूजा में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और उनके परिजनों के मस्तक पर लगाई जाती है जो उन्हे पूजा से प्राप्त होने वाले भी आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
आवश्यक नोट
प्रसाद का घरेलू शिपमेंट चेन्नई, तमिलनाडु से शुरू होता है और एक सप्ताह के बाद अनुष्ठान पूरा हो जाता है।
अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के लिए, विभिन्न देशों में जारी नए लॉकडाउन नियमों के लागू होने और प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के कारण, आपके प्रसाद षिपमेंट में देरी की आषंका है।
सूर्य प्रदोष के लिए आवश्यक अनुष्ठानों में भाग लें। प्रदोष अनुष्ठान आपके बुरे कर्मों को दूर करने और जीवन में आकर्षक अवसर लाने में सहायक हो सकता है।
एस्ट्रोवेद अग्नि प्रयोगशाला(हवन) और उपाय केंद्र पर कर्म विस्तार के लिए भगवान शिव और नंदी का मंत्रोपचार के साथ विशेष जल अभिषेक लघुन्यास रूद्र प्रसन्नम और चमक प्रसन्नम के साथ किया जाता है। लघुन्यास महान्यसम का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ है महान शुद्धिकरण। यह रुद्र अभिषेक करने से पहले मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करने के लिए पढ़े जाने वाले वैदिक मंत्रों का एक समूह है।
रुद्र त्रिशती (रुद्र के 300 नाम) का जाप करते हुए शिव की बिल्व पत्र अर्चना भी की जाती है। रुद्र त्रिशती अर्चना एक ध्वनि और प्रकाश अनुष्ठान है जो श्री रुद्रम के छंदों का उपयोग करके मूलरूप से रुद्र के लिए किया जाता है। यह वेदों में वर्णित रुद्र (शिव) की पूजा का एकमात्र तरीका है। इस अर्चना का मुख्य आकर्षण रुद्र को चढ़ाए जाने वाले 300 बिल्व पत्र हैं। भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाने से सबसे भयानक बुरे कर्म नष्ट हो जाते हैं।
एस्ट्रोवेद पैकेज में शामिल मंदिर पूजा के लिए एस्ट्रोवेद अपने सदस्यों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेता है। आपके द्वारा चुने गए पैकेज में पूजा सामग्री, सुविधा शुल्क और डिलीवरी चार्ज जैसी अन्य सभी सेवाओं के शुल्क शामिल होते हैं।
आपको अनुष्ठानों के माध्यम से ऊर्जान्वित की गई पवित्र भभूत और कुमकुम प्राप्त होगा। इसे अपनी ध्यान वेदी पर रखें और ध्यान के दौरान अपने माथे लगाकर जीवन में दिव्य आशीर्वाद का विस्तार करने के लिए पहनें।
डॉ. पिल्लई कहते हैं
कर्मकांड विचारों का कार्बोनाइजेशन है, कार्बन हमारे सूचना युक्त परम अणु है। प्रसाद के रूप में दिया गया कार्बन अवशेष (राख या भभूत) जब पूजा में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और उनके परिजनों के मास्तक पर लगाई जाती है जो उन्हे पूजा से प्राप्त होने वाले भी आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
आवश्यक नोट
प्रसाद का घरेलू शिपमेंट चेन्नई, तमिलनाडु से शुरू होता है और एक सप्ताह के बाद अनुष्ठान पूरा हो जाता है।
अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के लिए, विभिन्न देशों में जारी नए लॉकडाउन नियमों के लागू होने और प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के कारण, आपके प्रसाद षिपमेंट में देरी की आषंका है।
सूर्य प्रदोषम के लिए आवश्यक अनुष्ठानों में भाग लें। प्रदोष अनुष्ठान आपके बुरे कर्मों को दूर करने और जीवन में आकर्षक अवसर लाने में सहायक हो सकता है।
एस्ट्रोवेद अग्नि प्रयोगशाला(हवन) और उपाय केंद्र पर कर्म विस्तार के लिए भगवान शिवऔर नंदी का मंत्रोपचार के साथ विशेष जल अभिषेक लघुन्यास रूद्र प्रसन्नम और चमक प्रसन्नम के साथ किया जाता है। लघुन्यास महान्यसम का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ है महान शुद्धिकरण। यह रुद्र अभिषेक करने से पहले मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करने के लिए पढ़े जाने वाले वैदिक मंत्रों का एक समूह है।
रुद्र त्रिशती (रुद्र के 300 नाम) का जाप करते हुए शिव की बिल्व पत्र अर्चना भी की जाती है। रुद्र त्रिशती अर्चना एक ध्वनि और प्रकाश अनुष्ठान है जो श्री रुद्रम के छंदों का उपयोग करके मूलरूप से रुद्र के लिए किया जाता है। यह वेदों में वर्णित रुद्र (शिव) की पूजा का एकमात्र तरीका है। इस अर्चना का मुख्य आकर्षण रुद्र को चढ़ाए जाने वाले 300 बिल्व पत्र हैं। भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाने से सबसे भयानक बुरे कर्म नष्ट हो जाते हैं।
मंत्र लोगों को ग्रहों और आकाशीय पिंड़ो से जुड़ी आध्यात्मिक शक्तियों से जोड़ते हैं। क्वांटम ध्वनि आवृत्ति थिरु नीला कांतम एक नीली रोशनी के रूप में शिव की ऊर्जाओं का आह्वान करती है, जो बुरे कर्म और दोहराव वाले नकारात्मक पैटर्न को भी हटा देती है।
एस्ट्रोवेद पैकेज में शामिल मंदिर पूजा के लिए एस्ट्रोवेद अपने सदस्यों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेता है। आपके द्वारा चुने गए पैकेज में पूजा सामग्री, सुविधा शुल्क और डिलिवरी चार्ज जैसी अन्य सभी सेवाओं के शुल्क शामिल होते हैं।
आपको अनुष्ठानों के माध्यम से ऊर्जान्वित की गई पवित्र भभूत और कुम-कुम प्राप्त होगा। इसे अपनी ध्यान वेदी पर रखें और ध्यान के दौरान अपने माथे लगाकर जीवन में दिव्य आशीर्वाद का विस्तार करने के लिए पहनें।
डॉ. पिल्लई कहते हैं
कर्मकांड विचारों का कार्बोनाइजेशन है, कार्बन हमारे सूचना युक्त परम अणु है। प्रसाद के रूप में दिया गया कार्बन अवशेष (राख या भभूत) जब पूजा में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और उनके परिजनों के मास्तक पर लगाई जाती है जो उन्हे पूजा से प्राप्त होने वाले भी आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
आवश्यक नोट
प्रसाद का घरेलू शिपमेंट चेन्नई, तमिलनाडु से शुरू होता है और एक सप्ताह के बाद अनुष्ठान पूरा हो जाता है।
अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के लिए, विभिन्न देशों में जारी नए लॉकडाउन नियमों के लागू होने और प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के कारण, आपके प्रसाद षिपमेंट में देरी की आषंका है।